मेथी (Fenugreek) का उपयोग हम लोग अक्सर सब्जी या कढ़ी में तड़का लगाने के लिए करते हैं ताकि खाने में सुगंध और स्वाद बढ़ जाये, लेकिन बहुत कम लोग ही जानते हैं कि मेथी औषधीय गुणों की खान है। हमने कई बार अपने बड़े-बुजुर्गों से मेथी के लड्डू के बारे में सुना होगा, क्योंकि मेथी में सेहत का खजाना छिपा हुआ है। इसे हम लड्डू के रूप में सेवन करें या अंकुरित कर, यह हर तरह से फायदेमंद है।
मधुमेह (Diabetes), मोटापा, त्वचा निखारने से ले कर घुटनों के दर्द- इन सब में मेथी बहुत उपयोगी है। यदि नियमित रूप से एक छोटा चम्मच मेथी दाना गुनगुने पानी के साथ सेवन करें या उसे रात में भिगो कर सुबह उसका सेवन करें, तो मधुमेह को शीघ्र ही नियंत्रित किया जा सकता है। यदि मेथी के दानों को नींबू और शहद के साथ दिया जाये, तो बहुत तेज बुखार को भी कम होने में समय नहीं लगता। पाचन संबंधी समस्याओं में भी मेथी बहुत कारगर है, जैसे आँतों में सूजन या मितली आना।
आपके चाँद जैसे मुखड़े पर भी चार चाँद लगाती है मेथी, यानि चेहरे की चमक और सुंदरता को बढ़ाती और बरकरार रखने में मदद करती है मेथी। आज हम अपनी इस भागदौड़ भरी जिन्दगी में खानपान पर विशेष ध्यान नहीं दे पा रहे, जिसके कारण हमारे लीवर पर भी इसका कुप्रभाव पड़ता दिख रहा है। लीवर में सूजन या अल्सर (Ulcer) हो जाना एक आम समस्या है।
आज हम जो भी खाद्य पदार्थ ले रहे हैं, उसमें कितनी शुद्धता है, यह बता पाना मुश्किल है। मिलावटी खाद्य पदार्थों के फलस्वरूप पथरी (Stone) की समस्या भी बहुत सुनने में आ रही है। लीवर और किडनी (Kidney) में होने वाली इन परेशानियों में भी मेथी का प्रयोग लाभकारी है।
मेथी के दानों को बारीक पीस कर उसे सुबह गुनगुने पानी के साथ लेने से पेट से जुड़ी बीमारियों से बचाव तो होता ही है, साथ में घुटनों के दर्द में भी राहत मिलती है। मेथी में मिलने वाला फाइबर कब्ज, बवासीर (Piles) जैसी समस्याओं को भी दूर रखता है। मेथी के नियमित सेवन से मेथी में पाया जाने वाला तत्व डायोसजेनिन (Diosgenin) आँतों में होने वाले कैंसर (Cancer) से भी बचाता है।
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