त्योहार है दीपावली का और रंगोली की बात न हो, यह तो संभव ही नहीं। जी हाँ, सही समझा आपने, मैं उसी रंगोली की बात कर रही हूँ, जिसको उत्तर प्रदेश में चौक पूरना, राजस्थान में मांडना, बिहार में अरिपन, बंगाल में अल्पना, महाराष्ट्र में रंगोली और अन्य प्रदेशों में कई अन्य नामों से जाना जाता है।
रंगोली बनाने से घर का डेकोरेशन भी हो जाता है और घर में पॉजिटिव एनर्जी भी आ जाती है। इसलिए त्योहारों का मौसम नजदीक आते ही महिलाएँ रंगोली की नयी और आसान डिजाइंस तलाशने लगती हैं। इसके साथ ही पूरे मोहल्ले में यह होड़ सी लगी रहती है कि किसकी रंगोली सबसे ज्यादा सुंदर और आकर्षक बनी है।
इस दीवाली आप चाहती हैं कि आपकी रंगोली नंबर वन रहे, तो इसके लिए कुछ अलग तरीके से रंगोली बनाइए और हमारे आइडियाज को अपने त्योहार में शामिल कीजिए।
चावल से बनी रंगोली
चावल तो सबके घर में पाया जाता है, इसमें आप कुछ टूटे हुए चावल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, इसको मनचाहे रंगों में रंग कर दीवाली के एक दिन पहले ही सुखा लें और इससे अपनी मनपसंद रंगोली के डिजाइन को बनाएँ। रंग बिल्कुल खिलकर आएगा और डिजाइन बहुत ही सुंदर आकर्षक लगेगी।
फूलों की रंगोली
दीवाली के दिन आप चाहें तो बहुत सारे फूल और पत्तियों को मँगा कर उससे भी मनचाही डिजाइन बना सकती हैं। पूजा के दिन तो फूलों की रंगोली और भी खूबसूरत लगेगी।
चोकर की रंगोली
घर में रोटी बनाने के लिए हम जो आटे को छान कर रखते हैं, उससे बचे हुए चोकर को अच्छे से साफ करके उसे कई रंगों में रंग कर आप सुखा लीजिए और सूखने के बाद उसे फिर से हाथों से रगड़ कर बढ़िया भुरभुरा तैयार कर लें। दीपावली के दिन इससे बनी रंगोली बहुत ही खूबसूरत लगती है।
लाल बालू से बनी रंगोली
अगर आप चावल या चोकर का प्रयोग नहीं करना चाहती हैं, तो आप लाल बालू का इस्तेमाल कर सकती हैं। यह आपके घर में या आपके घर के आसपास ही मिल जायेगा। वहाँ से ले कर आप लाल बालू का इस्तेमाल कर सकती हैं। इसमें अपनी पसंद के रंग को मिला कर हल्का-हल्का पानी डालकर बढ़िया से मिक्स कर लें और छाया में सुखा लें। इससे बनी रंगोली भी खिल कर सामने आती है।
सफेद बालू की रंगोली
अगर आपको ऐसा लगता है कि लाल बालू मिलना थोड़ा मुश्किल है, तो आप इसके स्थान पर सफेद बालू का भी प्रयोग कर सकती हैं। इसमें रंग मिलाना और भी आसान होता है।
रंगीन मोतियों की रंगोली
आप चाहे तो ऊपर बतायी गयी चीजों के बजाय मार्केट से रंगीन मोतियों को खरीद के रख सकती हैं, इसमें अपने डिजाइन के अनुसार रंग का इस्तेमाल कर सकती हैं। त्योहार बीतने के बाद इन मोतियों को अलग कर इकट्ठा करके रख लें, तो ये फिर से अन्य काम में भी इस्तेमाल हो सकते हैं।
गुलाल से बनी रंगोली
हम सभी के घरों में होली के बचे हुए गुलाल तो अवश्य ही रखे रहते हैं, आप चाहें तो एक-दो और कलर मार्केट से मँगा लें और इससे बना कर खूबसूरत सी रंगोली अपने दरवाजे या आँगन में सजाएँ।
मार्बल डस्ट की रंगोली
आजकल मार्केट में रंगोली बनाने के लिए बहुत सारी चीजें उपलब्ध है। इसी कड़ी में एक और चीज देखने में आयी है मार्बल डस्ट। इसका प्रयोग आप अपने घर में किसी भी त्योहार में या ऐसे भी किसी अवसर पर रंगोली बनाने के लिए कर सकते हैं। ये डस्ट बहुत मुलायम होता है और इससे बनी डिजाइन भी देखने में बहुत सुंदर लगती है।
लकड़ी के बुरादे से बनी रंगोली
रंगोली बनाने के लिए लकड़ी के बुरादे का भी इस्तेमाल किया जाता है। इसे एक दिन पहले ही रंगों से अच्छी तरह रंगने के बाद धूप में सुखा लें।उसके बाद हाथों से रगड़ कर इसे फिर से बढ़िया भुरभुरा तैयार कर लें और त्योहार के दिन घर में खूबसूरत रंगोली सजाएँ।
गीले चावल की रंगोली
घर में रखे हुए चावल में से थोड़ा सा चावल लें और उसको कम से कम आधे घंटे के लिए पानी में भिगो दें। फिर इसे मिक्सी में या सिलबट्टे पर आप जैसे भी चाहे इसे महीन पीस लें। थोड़ा सा पानी मिला कर इससे गीला सा घोल तैयार कर लें और अब चाहें तो आप इसे किसी भी ब्रश का इस्तेमाल करके बढ़िया सी रंगोली बना सकते हैं। इस तरह से बनी रंगोली को अल्पना कहा जाता है।
इन सभी सामग्रियों के अलावा आप अपनी रंगोली में हल्दी, रोली, नील पाउडर, रंगीन बीट्स या सितारों का भी प्रयोग कर सकती हैं और अपनी रंगोली को खूबसूरत बना कर त्योहार का आनंद उठा सकती हैं।
शुभ्रा तिवारी
गाजीपुर (उत्तर प्रदेश)