आज शनिवार को टोकियो ओलम्पिक्स (Tokyo Olympics) में भारत ने पदकों का खाता खोल लिया है। यह खुशी आयी है वेटलिफ्टिंग (Weightlifting) से और खुशी दिलायी है नारी शक्ति ने। महिलाओं के 49 किलोग्राम भार वर्ग में मणिपुर की 26 वर्षीया मीराबाई चानू (Mirabai Chanu) ने स्नैच ऐंड क्लीन जर्क में कुल 202 (87+115= 202) किलोग्राम वजन उठा कर इन खेलों का पहला रजत पदक (Silver Medal) देश को दिला दिया। इस स्पर्द्धा में चीन की लिफ्टर ने 210 किलोग्राम वजन उठा कर स्वर्ण पदक जीता।
दरअसल मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग में देश को पदक दिला कर 21 साल का सूखा भी खत्म किया है। इससे पहले साल 2000 के सिडनी ओलम्पिक्स में कर्णम् मल्लेश्वरी को कांस्य पदक मिला था। इस तरह मीराबाई चानू देश को रजत पदक दिलाने वाली पहली वेटलिफ्टर बन गयी हैं। इसके अलावा व्यक्तिगत स्पर्द्धा में रजत पदक जीतने वाली वह दूसरी महिला बन गयी हैं। इससे पहले बैडमिंटन में पीवी सिंधु को रजत पदक मिल चुका है।
सिडनी ओलम्पिक्स में कांस्य पदक जीतने वाली मल्लेश्वरी ने ट्विटर के माध्यम से मीराबाई को बधाई देते हुए लिखा है, बधाई, मीराबाई चानू, मुझे आप पर गर्व है। पहले दिन भारत के लिए पहला पदक।
8 अगस्त 1994 को मणिपुर में जन्मी मीराबाई चानू की प्रतिभा को परिवार ने काफी कम उम्र में पहचान लिया था। मीराबाई ने परिवार और देश को निराश नहीं किया। मीराबाई ने कॉमनवेल्थ खेलों में एक स्वर्ण पदक और एक रजत पदक हासिल किये हैं। उन्हें साल 2018 में पद्म श्री और राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार भी मिल चुके हैं। (लेडीज न्यूज टीम, 24 जुलाई 2021)
(आवरण चित्र कर्णम् मल्लेश्वरी के ट्विटर खाते से साभार)