नवरात्रि में माँ दुर्गा की कृपा पाने के लिए हम उपवास, पूजा, अनुष्ठान आदि करते हैं जिससे जीवन में भय, विघ्न और शत्रुओं का नाश होता है और सुख-समृद्धि आती है। मान्यता है कि हवन, जप और दान से देवी इतनी प्रसन्न नहीं होतीं, जितनी कन्या पूजन से प्रसन्न होती हैं। श्रद्धा भाव से की गयी कन्याओं की पूजा से सभी प्रकार के ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।
दुर्गा सप्तशती में कहा गया है कि दुर्गा पूजन से पहले भी कन्या का पूजन करें, तत्पश्चात ही माँ दुर्गा का पूजन आरम्भ करें। नवरात्रि के नौ दिनों में कन्या पूजन में इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि कन्याओं की उम्र दो वर्ष से कम और दस वर्ष से अधिक न हो।
नौ वर्ष की कन्या को दुर्गा का स्वरूप मानते हैं। माँ के इस स्वरूप की अर्चना करने से समस्त विघ्न बाधाएँ दूर होती हैं, शत्रुओं का नाश होता है और कठिन से कठिन कार्य में भी सफलता प्राप्त होती है।
कहा जाता है कि कन्या पूजन में एक बालक को भी बुलाना चाहिए। कन्या पूजन में सर्वप्रथम सभी कन्याओं और बालक के पैर पानी या दूध से धो कर उन्हें आसन पर बैठा कर, इसके बाद उन्हें कुमकुम का तिलक लगा कर हो सके, तो उन्हें लाल चुनरी भी ओढ़ाइए। उन्हें फूल, अक्षत, चंदन चढ़ाएँ, कन्याओं को प्रसाद में खीर-पूरी खिलानी चाहिए। आपकी इच्छा हो तो आप कोई नमकीन चीज भी बना कर जैसे छोले या चने इस तरह की कोई चीज भी आप खिला सकते हैं।
भोजन के पश्चात उनका हाथ-मुँह धुला कर उनका पैर छूकर प्रणाम करें और आशीर्वाद प्राप्त करें। और जाते समय खुशी-खुशी उनको अपनी शक्ति अनुसार उपहार देना चाहिए, ताकि वे बच्चे खुशी-खुशी अपने घर जाएँ। ऐसी मान्यता है कि कन्याओं को खुशी-खुशी विदा करने से माता रानी अत्यंत प्रसन्न होती है।
आजकल कन्याओं को अलग तरह के उपहार देने के लिए मार्केट में बहुत सारी वैरायटी उपलब्ध है।
डिजाइनर क्रॉकरी
स्टील की प्लेट्स और कटोरियों के अलावा उपहार में अब प्लास्टिक, बोन चाइना और चीनी मिट्टी की डिजाइनर क्रॉकरी के विकल्प भी उपलब्ध हैं। सुंदर डिजाइनों वाले टिफिन बॉक्स भी आप दे सकती हैं।
श्रृंगार का सामान
ज्यादातर लोग कन्याओं को भेंट में लाल रंग की गोटे वाली चुनरी ही देते हैं जिन पर जय माता दी भी लिखा होता है। रंग-बिरंगी चूड़ियाँ या मालाएँ भी छोटी बच्चियों को खूब भाती हैं। कुछ लोग नेल पेंट आदि भी दे देते हैं। परंपरा का पालन करना चाहें तो ये श्रृंगार का सामान भेंट करें।
स्टेशनरी का सामान
इन साजो-सामान के अलावा पढ़ाई से जुड़े सामान भी इन्हें दिये जा सकते हैं। कुछ नया करने की सोच रहे हैं तो कन्याओं को दिए जाने वाले उपहार में स्टेशनरी चीजों को भी शामिल करें, ज्योमेट्री बॉक्स, कलरफुल पेंसिल सेट, कलर्स, नोट बुक्स भी कन्या पूजन में दे सकते हैं।
सॉफ्ट टॉयज
बाजार में सस्ते-महँगे, छोटे-बड़े हर तरह के सॉफ्ट टॉयज जैसे टेडी बेयर, पेपा सेट, डॉल, डॉग, घोड़ा, हाथी, कैटरपिलर, बॉल अनेकों तरह के खिलौने उपलब्ध हैं, आप चाहें तो कन्याओं को खिलौने देकर भी उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं।
डिजाइनर मॉडर्न एसेसरीज
इनमें विभिन्न आकार के रंग-बिरंगे हेयर क्लिप, ब्रेसलेट और हेयर बैंड ले सकते हैं। इन दिनों रंग-बिरंगे मोतियों और बीड्स वाली पायल भी काफी पसंदीदा उपहार है कन्याओं के लिए।
चॉकलेट पैक
अगर आपका घर मार्केट से बहुत दूर है तो छोटी-छोटी दुकानों पर भी आजकल बहुत तरह की चॉकलेट के पैक या गिफ्ट देने के लिए चॉकलेट बास्केट भी उपलब्ध रहते हैं। आप चाहें तो उन्हें वहाँ से भी खरीद सकते हैं और उपहार के तौर पर कन्याओं को दे सकते हैं।
इस बार की नवरात्रि में ये अलग तरह के उपहार देकर कन्याओं को प्रसन्न करें और माता का आशीर्वाद प्राप्त करें। ये सारी चीजें आप मार्केट से खरीद सकते हैं या फिर चाहें तो ऑनलाइन शॉपिंग में भी ये सारी चीजें किफायती दामों पर उपलब्ध हैं, आप वहाँ से शॉपिंग भी कर सकते हैं।
शुभ्रा तिवारी