भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल (Rani Rampal) ने हमेशा रोते रहने वाले लोगों को समझाने की कोशिश की है। उन्होंने तीन नवंबर को ट्वीट किया, “अंदाजा तो लगाओ कभी अपने सुखों का और दूसरों के दुखों का … !! मुँह से यही निकलेगा मालिक तेरा लाख लाख शुक्र है ……”
रानी अपने ट्विटर से अक्सर ऐसी ट्वीट करती रहती हैं, ट्विटर के माध्यम से रानी ने 27 अक्टूबर को लिखा था, अपनी बेटी को इतना काबिल बनाएँ कि आपको यह चिन्ता न करनी पड़े कि उसके साथ शादी कौन करेगा। उसकी शादी के दिन के लिए पैसे बचाने के बजाय उसकी शिक्षा पर खर्च करें और सबसे महत्वपूर्ण बात, उसे शादी के लिए तैयार करने के बजाय, उसे अपने लिए तैयार करें। उसे आत्म-प्रेम, आत्मविश्वास सिखाएँ।
रानी रामपाल की कप्तानी में भारतीय महिला हॉकी टीम टोकियो ओलम्पिक्स (Tokyo Olympics) में गयी थी। वहाँ छह अगस्त 2021 को कांस्य पदक के लिए खेले गये मुकाबले में ग्रेट ब्रिटेन ने भारतीय महिला हॉकी टीम को 4-3 से हरा दिया था। भले ही टोकियो ओलम्पिक्स में भारतीय महिलाओं को कोई पदक नहीं मिला, लेकिन पहली बार ओलम्पिक के सेमीफाइनल में पहुँचना भी छोटी उपलब्धि नहीं मानी जायेगी।
इससे पहले चार अगस्त को खेले गये सेमीफाइनल में अर्जेन्टीना ने भारत को 2-1 से हरा दिया था। ऐसे में भारत को कांस्य पदक के लिए मैच में ग्रेट ब्रिटेन का सामना करना पड़ा। दो अगस्त को खेले गये क्वार्टरफाइनल मैच में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया की टीम को 1-0 से हरा कर सेमीफाइनल में प्रवेश किया था। इस जीत के साथ ओलम्पिक खेलों के इतिहास में पहली बार भारतीय महिला हॉकी टीम रानी की कप्तानी में सेमीफाइनल में पहुँची थी। (लेडीज न्यूज टीम, 03 नवंबर 2021)
(आवरण चित्र रानी रामपाल के ट्विटर खाते से साभार)