सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने वरिष्ठ नागरिकों की मदद के लिए अखिल भारतीय स्तर पर हेल्पलाइन की शुरुआत की है। इसका नाम एल्डर लाइन रखा गया है और इसका नंबर 14567 तय किया गया है।
एल्डर लाइन सप्ताह के सभी सात दिनों में सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक संचालित होगी क्योंकि इसे गैर-आपातकालीन सेवा के तहत वर्गीकृत किया गया है और काम के घंटों का विस्तार निष्कर्षों और आवश्यकता के आधार पर किया जायेगा।
यह हेल्पलाइन वरिष्ठ नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए उनसे हो रहे दुर्व्यवहार, रेस्क्यू मामलों में मुफ्त जानकारी, मार्गदर्शन, भावनात्मक समर्थन और ऑन फील्ड हस्तक्षेप प्रदान करता है। महामारी जैसी आपात स्थिति के मामले में यह हेल्पलाइन सभी राज्य विभागों के सहयोग से वरिष्ठ नागरिकों को चिकित्सा आवश्यकताओं, भावनात्मक समर्थन और अन्य संबंधित जरूरतों के लिए सही और समय पर जानकारी प्रदान कर सकती है।
वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली सेवाओं को मोटे तौर पर चार सेवाओं में वर्गीकृत किया गया है-
1. सूचना- डॉक्टर, अस्पताल, वृद्धाश्रम और गतिविधि केंद्र आदि।
2. मार्गदर्शन- कानूनी, रखरखाव अधिनियम से संबंधित, पेंशन संबंधी प्रश्न
3. समर्थन- जीवन, चिंता, संबंध प्रबंधन और भावनात्मक समर्थन
4. हस्तक्षेप– प्रत्यक्ष (वरिष्ठ नागरिकों से हो रहे दुर्व्यवहार को संबोधित करना और बेघर और छोड़ दिए गए बुजुर्गों का बचाव करना) और अप्रत्यक्ष (इकोसिस्टम का निर्माण)
वरिष्ठ नागरिकों की जरूरतों को समझने के लिए और देश में वरिष्ठ नागरिकों के लिए मौजूदा हेल्पलाइन और कुछ अंतरराष्ट्रीय हेल्पलाइनों को समझने और उनका आकलन करने के लिए एक अध्ययन किया गया था। अध्ययन के आधार पर राष्ट्रीय स्तर पर वरिष्ठ नागरिकों के लिए हेल्पलाइन की आवश्यकता की पहचान हुई। तेलंगाना सरकार और टाटा ट्रस्ट्स ने मार्च 2019 और सितंबर 2020 के बीच राज्य में हेल्पलाइन शुरू की थी।
इस अनुभव के आधार पर सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने हर राज्य स्तर पर हेल्पलाइन स्थापित करने का निर्णय लिया। (लेडीज न्यूज टीम, 30 सितंबर 2021)