टोकियो ओलम्पिक्स के बाद अब बारी है टोकियो पैरालिम्पिक्स (Tokyo Paralympics) की। ये खेल 24 अगस्त से 05 सितंबर तक खेले जायेंगे। इस बार भारत की ओर से इसमें 54 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। इन्हीं में से एक हैं एकता भयान (Ekta Bhyan)।
तारीख थी चार अगस्त 2003, जब हिसार की रहने वाली और डॉक्टर बनने की चाहत रखने वाली एकता भयान (Ekta Bhyan) की गाड़ी को ट्रक ने टक्कर मार दी, इस दुर्घटना में उनके छह साथियों की मौत हो गयी, लेकिन एकता की जान बच गयी। उनके स्पाइनल कॉर्ड में चोट लगी और तब से अब तक वह व्हीलचेयर पर ही हैं। लेकिन इन सबके बावजूद एकता भयान ने हिम्मत नहीं हारी। मेहनत करती गयीं और बड़े सपने देखती गयीं।
उन्होंने ग्रेजुएशन पूरी की और फिर हरियाणा सिविल सर्विसेज एक्जाम पास कर हिसार में ही सहायक रोजगार अधिकारी के पद पर चयनित हो गयीं। साल 2014 से एकता ने सोनीपत में क्लब थ्रो की प्रैक्टिस शुरू की और जकार्ता में हुए एशियन पैरा गेम्स में इस इवेंट में गोल्ड मेडल हासिल कर खुद को साबित किया।
लेकिन अब बारी है कुछ खास की। एकता भयान टोकियो पैरालिम्पिक्स में क्लब थ्रो F-51 इवेंट में भाग लेंगी। एकता की कड़ी मेहनत की वजह से सपना अब हकीकत में बदलने वाला है। अब ध्यान है देश के लिए स्वर्ण पदक जीतने पर। (लेडीज न्यूज टीम, 17 अगस्त 2021)
(आवरण चित्र एकता भयान के ट्विवटर खाते से साभार)