तलवारबाजी की धुरंधर सीए भवानी देवी (CA Bhavani Devi) का वह सपना आज पूरा हो गया है, जो उन्होंने बचपन में देखा था। टोकियो ओलम्पिक्स के उद्घाटन समारोह के बाद ट्विटर के माध्यम से अपनी भावनाएँ जाहिर करते हुए भवानी ने लिखा, ओलम्पिक खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करना मेरा बचपन का सपना था। भव्य उद्घाटन समारोह में भारतीय झन्डा उठाये दल का हिस्सा बन कर आज मैं बेहद भावविभोर और खुश हूँ। जय हिन्द।
तमिल नाडु के चेन्नई की भवानी देवी टोकियो ओलम्पिक्स (Tokyo Olympics) में तलवारबाजी (Fencing) में हिस्सा लेंगी। ओलम्पिक स्टेज पर तलवारबाजी में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली वह पहली भारतीय हैं। साल 2004 में स्कूल स्तर पर वह तलवारबाजी से परिचित हुईं। हाई स्कूल के बाद उन्होंने केरल में साई सेंटर में दाखिला ले लिया। साल 2014 में फिलीपींस में आयोजित एशियन चैंपियनशिप में अंडर 23 श्रेणी में उन्हें रजत पदक मिला और ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय बनीं। साल 2015 में उनका चयन राहुल द्रविड़ एथलीट मेंटरशिप प्रोग्राम के लिए हो गया। इसके बाद साल 2018 में कैनबरा में हुए सीनियर कॉमनवेल्थ फेंसिंग चैम्पियनशिप में उन्होंने स्वर्ण पदक जीत कर इतिहास बना दिया।
टोकियो ओलम्पिक्स में भी उनके लिए चुनौती आसान नहीं होगी। लेकिन जैसा कि उन्होंने ट्विटर पर अपने प्रोफाइल में लिखा है, द हार्डर द बैटल, द स्वीटर द विक्ट्री, यानि चुनौती जितनी कठिन होगी, जीत की मिठास उतनी अधिक महसूस होगी। (लेडीज न्यूज टीम, 23 जुलाई 2021)
(आवरण चित्र भवानी देवी के ट्विटर खाते से साभार)