नसीहत
पुरुष चाहता है अपनी नसीहतों से स्त्री को मूर्ख साबित करना। बार-बार आहत करके अपनी जीत का एहसास कराना। स्त्री के भीतर जो भी मूल्यवान है उसे तहस-नहस करना। वह संस्कारों से बँधी पिसी रहती है घुन की तरह। उसका अधिकार रिश्तों को समेट कर रखना ही है। पुरुष जानना ही नहीं चाहता कि […]
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