भले ही भारत के पुरुष पहलवान अब ओलम्पिक में पदक लाने लगे हैं, लेकिन महिलाओं में अभी भी केवल एक ही नाम है जो उन बुलंदियों का साक्षी है, वह है साक्षी मलिक (Sakshi Malik)।
रियो में हुए साल 2016 के ओलम्पिक खेलों में महिलाओं के 58 किलोग्राम भार वर्ग में खेलते हुए साक्षी ने किर्गिजस्तान की असूलू तिनिबेकोवा (Aisuluu Tynybekova) को 8-5 से हरा कर कांस्य पदक जीता था। इस जीत के साथ साक्षी मलिक ओलम्पिक खेलों में मेडल हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गयी थीं। चूँकि इस बार टोकियो ओलम्पिक में कोई महिला पहलवान यह कारनामा नहीं कर सकी, ऐसे में साक्षी उस ऊँचाई पर अभी अकेली ही खड़ी हैं।
हरियाणा के रोहतक जिले के एक गाँव में साल 1992 के तीन सितंबर को जन्मी साक्षी ने अपने दादा बदलू राम से प्रभावित हो कर पहलवानी शुरू की, जो खुद भी एक पहलवान थे।
(आवरण चित्र साक्षी मलिक के ट्विटर खाते से साभार)