नवरात्रि में इस तरह कन्या पूजन कर माता को करें प्रसन्न, होगी सभी प्रकार के ऐश्वर्य की प्राप्ति

नवरात्रि में माँ दुर्गा की कृपा पाने के लिए हम उपवास, पूजा, अनुष्ठान आदि करते हैं जिससे जीवन में भय, विघ्न और शत्रुओं का नाश होता है और सुख-समृद्धि आती है। मान्यता है कि हवन, जप और दान से देवी इतनी प्रसन्न नहीं होतीं, जितनी कन्या पूजन से प्रसन्न होती हैं। श्रद्धा भाव से की […]

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क्या है पितृ पक्ष का महत्व, कैसे करें पितरों को प्रसन्न

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार श्राद्ध पक्ष यानि पितृ पक्ष प्रारंभ हो चुका है। यह पक्ष 15 दिन का होता है। इस अवधि में हम अपने पितरों यानि अपने पूर्वजों, जो अब अपने शरीर के साथ हमारे बीच उपस्थित नहीं हैं, की आत्मा की शांति के लिए तर्पण करते हैं। तर्पण का अर्थ है किसी प्यासे […]

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जज्बात-ए-दिल हैं ऐसे कि रिश्ते कम रखती हूँ

जज्बात-ए-दिल हैं ऐसे कि रिश्ते कम रखती हूँ। अब हर बात में हाँ कहना छोड़ दिया मैंने, अब तो ना कहने का हुनर भी अपने संग रखती हूँ। जज्बात-ए-दिल हैं ऐसे कि रिश्ते कम रखती हूँ। किसी को दर्द देने का इरादा नहीं है मेरा, लेकिन बात सही है, तो कहना भी है जरूरी, ऐसे […]

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सुंदर है, मनोहर है, मीठी है, बहुत ही मनोरम परिचय है इस हिन्दी का

पूछा किसी ने मुझसे, इस अंग्रेजी के जमाने में, क्या महत्व है हिन्दी का….? ज्यादा कुछ तो नहीं दो लाइनें बस कहीं मैंने, महाभारत के युद्ध में जो स्थान है शिखंडी का माँ शब्द को पूरा करने के लिए जो महत्व है एक छोटी सी बिंदी का, ऐसा ही कुछ खास महत्व है भाषाओं में […]

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मेरा, केवल मेरा सूरज

आज फिर आया था वह देखो जा छुप रहा है, झुरमुटों में, कहने पर नहीं सुनता, रोकने पर नहीं रुकता वह कहाँ मानता है एक भी बात बताया था मैंने उसे कल रात ठीक नहीं इस तरह हमारा मिलना मुझसे मिलने के लिए तुम्हारा दिन भर जलना हौले से मुस्कुराया था वह। वही, हाँ वही […]

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