केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने सभी राज्य सरकारों से आग्रह किया है कि वे पूरे मन से मिशन पोषण 2.0 में हिस्सा लें और पोषण वाटिकाओं के विकास का लक्ष्य खुद तय करें। पोषण माह 2021 का आरम्भ एक सितंबर 2021 से होगा। उन्होंने कहा कि सभी राज्य 13 जनवरी 2021 के दिशा-निर्देशों के अनुरूप कुपोषण से बुरी तरह पीड़ित बच्चों की पहचान तथा उनके उपचार का अभियान चलायें। उन्होंने राज्यों से यह भी आग्रह किया कि आँगनबाड़ियों की अधोसंरचना का विकास करें और इसी माह मोबाइल फोन तथा जीएमडी की आपूर्ति पूरी कर दें।
महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने राष्ट्रीय सम्मेलन 2021 की अध्यक्षता करते हुए ये विचार व्यक्त किये। यह सम्मेलन 30 और 31 अगस्त को गुजरात के केवड़िया में आयोजित किया गया था।
मिशन वात्सल्य के सिलसिले में मंत्री महोदया ने किशोर न्याय अधिनियम में हाल में किये गये संशोधनों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि संशोधनों से जिलाधिकारियों का दायित्व बढ़ेगा तथा जोखिम वाले बच्चों को समाज में घुलने-मिलने में सुविधा मिलेगी। उन्होंने राज्य सरकारों के प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे किशोर न्याय संशोधन अधिनियम के तहत बनाये जाने वाले नियमों पर अपने विचार व सुझाव दें।
मंत्री महोदया ने ‘महिला नीत विकास’ के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विजन है। उन्होंने कहा कि हम कामकाजी महिलाओं और युवतियों के लिये हॉस्टल की सुविधा उपलब्ध कराकर एक मॉडल पेश कर सकते हैं, जहाँ रोजगार की तलाश में विभिन्न राज्यों की महिलायें रह सकें। उन्होंने मिशन शक्ति का भी हवाला दिया और कहा कि ‘वन स्टॉप’ केंद्रों का बहुत महत्व है। उन्होंने राज्यों से निवेदन किया कि वे उन सभी जिलों में ‘वन स्टॉप’ केंद्र खोलें, जहाँ वे मौजूद नहीं हैं। (लेडीज न्यूज टीम, 01 सितंबर 2021)
(आवरण चित्र https://pib.gov.in/ से साभार)