तमिलनाडु में हिन्दी के लिए अनुपम कार्य कर रही हैं अनुपमा
कहते हैं जहाँ चाह हो, वहाँ राह निकल ही आती है। हिन्दी के प्रचार में लगी अनुपमा त्रिपाठी की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। अनुपमा चाहतीं, तो वह अपने घर के करीब रह कर भी हिन्दी अध्यापन का काम कर सकती थीं, लेकिन इनकी सोच अलग थी। अनुपमा ने अपने इस काम के लिए […]
Continue Reading