लघु कथा- बेड
“अरे रत्नेश, सुन-सुन रुक” सत्यम ने आवाज दी। रत्नेश ने थोड़ी दूर जा कर बाइक रोक कर पीछे देखा, उसका पुराना दोस्त पुकार रहा था। जल्दी में था, फिर भी इतने सालों बाद लंगोटिये यार से कैसे मुँह मोड़ता? “अरे बोल सत्यम, कब आया?”, रत्नेश ने जवाब दिया। चाहते हुए भी दोनों गले नहीं मिल […]
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