तुम्हें मुझसे प्रेम नहीं है
कैसे मान लूँ मैं, जो तुम कहते हो कि प्रेम नहीं है। मेरा नाम आते ही तुम्हारे होंठों पर मुस्कान का तैर जाना, गैरों की बातों में भी जिक्र मेरा करते हो प्रमाण है इस बात का, और तुम कहते हो कि प्रेम नहीं है। तस्वीर मेरी देखते हो दिन में सौ दफा, यादों को […]
Continue Reading