एक परी मेरे मन में सोती भी है, रोती भी है

एक परी मेरे मन में सोती भी है, रोती भी है। और उम्र सपनों की गठरी, ढोती भी है, खोती भी है।। मन का मेरे हाल ना पूछो, हाल हुआ बेहाल ना पूछो, लहर-लहर लहराती नदियाँ, हैं कितनी उत्ताल न पूछो। जीवन के तटबंधों तक आ, मुझको वही भिगोती भी है। एक परी मेरे मन […]

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मेरा, केवल मेरा सूरज

आज फिर आया था वह देखो जा छुप रहा है, झुरमुटों में, कहने पर नहीं सुनता, रोकने पर नहीं रुकता वह कहाँ मानता है एक भी बात बताया था मैंने उसे कल रात ठीक नहीं इस तरह हमारा मिलना मुझसे मिलने के लिए तुम्हारा दिन भर जलना हौले से मुस्कुराया था वह। वही, हाँ वही […]

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सूख जाएगी कविता की नदी

युगों बीत गए छलछलाती नदी को देखे बहुत पानी हुआ करता था उसके दिल मे …. अपना प्रेम दे देने को आतुर.. ममता सम्वेदना से लबरेज पूरी तरह स्वाभाविक वास्तविक….. फिर दौर आया रेत के सैलाब का नदी न रहने दी नदी , सुखा दिया छलछल पानी को वैसे ही मरने लगी नदी जैसे भरी […]

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मलाला (Malala) ने अफगानी महिलाओं की सुरक्षा के बारे में जतायी चिन्ता, नॉर्वे की प्रधान मंत्री ने किया साथ देने का वादा

लड़कियों की शिक्षा और महिलाओं के अधिकारों के लिए काम करने वाली मलाला यूसुफजई (Malala Yousafzai) ने अफगानिस्तान में महिलाओं की सुरक्षा के बारे में चिन्ता जताते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से अपील की है। मलाला ने सुरक्षा परिषद से अपील करते हुए ट्विटर के माध्यम से कहा है कि वह अफगानी महिलाओं, बच्चियों […]

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आदिम युग का शुभारंभ

उतार फेंके हैं हमने वस्त्र लज्जा के नुकीले कर लिए हैं हमने अपने दाँत अपने नाख़ून भर ली है हिंसा अपनी शिराओं में ताकि कर सकें सामना उस शिकार का जिसने नहीं किये नुकीले अपने दाँत अपने नाख़ून, फिर भी प्रतिरोध करना जानते हैं हमे उकसाना जानते हैं नहीं देख सकते उनकी वाहवाही डरना जरूरी […]

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