गुल्लक आउटडेटेड हो गये हैं

बचपन में मिट्टी की गुल्लक में सिक्कों का संचय हर बुरे वक़्त पर अच्छा वक़्त लाने की कोशिश सिखायी जाती थी …. सिखा दिया जाता था धैर्य, संयम, परहित और ऐसे ही जीवन मूल्य पिता और माँ के दिये एक-एक सिक्के का अपना महत्व था …. फोड़ने पर नहीं, बल्कि नहीं फोड़ने पर मिलती शाबाशी […]

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सच है, सीखने की कोई उम्र नहीं होती ‌

हर दिन हम कुछ नया सीखते हैं, वो अलग बात है कि कई बार हमारा ध्यान उस तरफ नहीं जाता। हर घटना-परिघटना से हम सीखते अवश्य हैं और इस सीखने की शुरुआत बचपन से ही हो जाती है। खेल-खेल में न जाने कितनी सारी बातें, कितने करतब, कितना ज्ञान हमारे अंदर समाहित हो जाता है, […]

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