मीरा के साथ साथ में रसखान खो गया

नफ़रत की आँधियों में यूँ इंसान खो गया। दैरो-हरम के बीच में ईमान खो गया। छूने के हौसले तो थे आकाश को मगर, नाकामियों के साथ ये अरमान खो गया। तहज़ीब की ज़मीं पे मुहब्बत भी खो गई, मीरा के साथ साथ में रसखान खो गया। इनआम में मिली हैं ये तनहाइयाँ फ़क़त, दिल बेवफ़ा […]

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